Madhepura:क्रिश्चियन अस्पताल मधेपुरा द्वारा अल्सटॉम के सहयोग से एक जिला स्तरीय समावेशी व्हीलचेयर मैराथन का आयोजन किया गया। यह मैराथन मधेपुरा के टीपी कॉलेज से बीपी मंडल चौक तक आयोजित की गई, जिसमें लगभग 200 प्रतिभागियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य समाज में विकलांगजनों को कमजोर न समझते हुए उन्हें मुख्यधारा में शामिल करने और उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाने का था। मधेपुरा क्रिश्चियन अस्पताल के मुख्य प्रबंधक आशीष अब्राहम ने इस अवसर पर कहा कि यह मैराथन समाज को जागरूक करने के लिए आयोजित की गई है, ताकि सभी लोग मिलकर एक समावेशी समाज का निर्माण करें। उन्होंने कहा कि समाज में अक्सर विकलांगजनों को कमजोर समझा जाता है, लेकिन असल में वे भी मानसिक रूप से उतने ही मजबूत होते हैं, जितने कि कोई अन्य व्यक्ति। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि विकलांगता केवल शारीरिक हो सकती है, लेकिन आत्मबल और मानसिक दृढ़ता से कोई भी व्यक्ति जीवन में सफलता प्राप्त कर सकता है। उन्होंने समाज के सभी लोगों से अपील की कि वे विकलांगजनों को उनके अधिकार दिलाने और उन्हें समाज की मुख्यधारा में शामिल करने के लिए आगे आएं।
इस आयोजन में भाग लेने वाले प्रतिभागियों ने अपनी ऊर्जा और उत्साह के साथ यह संदेश दिया कि विकलांगजन भी समाज के अभिन्न अंग हैं और उन्हें बराबरी का अवसर मिलना चाहिए। मैराथन के दौरान लोगों ने विकलांगजनों के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए कार्य करने की शपथ भी ली।
इस आयोजन की सफलता ने मधेपुरा में एक सकारात्मक संदेश फैलाया और लोगों को विकलांगजनों की क्षमताओं को पहचानने के लिए प्रेरित किया। आयोजकों ने भविष्य में भी ऐसे जागरूकता अभियानों को जारी रखने का संकल्प लिया, जिससे समाज में समावेशिता और समानता को बढ़ावा मिल सके।
सम्बंधित ख़बरें




इस कार्यक्रम का संचालन डॉ. एनेबेल द्वारा किया गया, जिन्होंने विकलांगजनों के अधिकारों और उनके सशक्तिकरण पर प्रकाश डाला। इस मैराथन में अल्सटॉम के कार्यकर्ता, मधेपुरा क्रिश्चियन अस्पताल के स्टाफ और विभिन्न सरकारी पदाधिकारी उपस्थित रहे और उन्होंने इस पहल की सराहना की।