पप्पू आलम सुपौल
SUPAUL:कोसी क्षेत्र में कानून-व्यवस्था को सख्ती से लागू करने के लिए सुपौल के पूर्व एसपी कोसी रेंज के डीआईजी मनोज कुमार पूरी तरह एक्शन मोड में हैं। शनिवार को सुपौल जिले के त्रिवेणीगंज एसडीपीओ कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान डीआईजी मनोज कुमार को संतरी ड्यूटी में तैनात महिला सिपाही ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। डीआईजी मनोज कुमार ने एसडीपीओ विपिन कुमार की व्यवस्था और उपस्थित पदाधिकारी के द्वारा निपटाए जा रहे कार्य की कई घंटों तक गहनता से जांच की। डीआईजी मनोज कुमार को अचानक त्रिवेणीगंज एसडीपीओ कार्यालय पहुंचने से अनुमंडल परिसर में अफरा-तफरी मच गयी। उनके साथ एसपी शैशव यादव भी थे। निरीक्षण के क्रम में डीआईजी ने एसडीपीओ कार्यालय में संधारित विभिन्न पंजियों का अवलोकन किया। डीआईजी ने विभिन्न कांडों की समीक्षा भी की। निरीक्षण के दौरान एसडीपीओ विपिन कुमार की विधि व्यवस्था संतोष जनक पाया, समीक्षा के दौरान उन्होंने एसडीपीओ विपिन कुमार को कई निर्देश दिए। डीआईजी ने केस के आईओ को एवं थानाध्यक्षों को कांडों के अनुसंधान के बावत कई निर्देश दिए। कहा कि विभिन्न लंबित कांडों को त्वरित गति से निबटाएं। कुर्की – जब्ती की कार्रवाई भी करें। उन्होंने एसडीपीओ सहित विभिन्न थानाध्यक्षों को पुलिस – पब्लिक संबंधों को सुदृढ़ करने का निर्देश दिया। कहा कि पुलिस – पब्लिक संबंध को बेहतर बनाकर हम अपराध पर नियंत्रण पा सकते हैं। उन्होंने सभी पुलिस पदाधिकारियों को अपराध पर अंकुश लगाने और अपराधियों पर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया। डीआईजी ने महिलाओं से संबंधित समस्याओं को ध्यान पूर्वक सुनने तथा उनकी समस्याओं का निष्पादन करने का आदेश दिया. निरीक्षण के दौरान एसडीपीओ विपिन कुमार, थाना अध्यक्ष त्रिवेणीगंज रामसेवक रावत, जदिया थाना अध्यक्ष राजीव कुमार, राजेश्वरी थाना अध्यक्ष संतोष कुमार, थाना अध्यक्ष छातापुर , अलावे थाना अध्यक्ष मौजूद रहे। इसके साथ ही उन्होंने एसडीपीओ विपिन कुमार को अपराध पर अंकुश लगाने, अपराधियों की गिरफ्तारी, ससमय कांडों के निष्पादन, निर्दोष फंसे नहीं और दोषी बचे नहीं तथा कोई भी अपराधी हो, उसकी गिरफ्तारी के लिए सघन छापेमारी अभियान चलाने का निर्देश दिया। डीआइजी ने अधिकारियों को थाना क्षेत्रों में अपराध पर हर हाल में अंकुश लगाने का आदेश दिया। ड्यूटी में लापरवाही बरतने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी। लंबित कांडों के निष्पादन में तेजी लाने को कहा। वहीं डीआईजी मनोज कुमार ने पुलिस पदाधिकारियों को गंभीर कांडों का खुलासा करने, अपराधियों को गिरफ्तार करने, जेल से छूटे अपराधियों पर नजर रखने, शराब तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने, सूचना तंत्र को मजबूत करने सहित कई निर्देश दिए। डीआईजी मनोज कुमार के इस औचक निरीक्षण और सख्त रुख से साफ हो गया है कि वे किसी भी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त करने के मूड में नहीं हैं। उनके इस कड़े एक्शन से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। डीआईजी ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि सब कुछ ठीक-ठाक रहा। हालाँकि कुछ त्रुटि पाई गई है। जिसको लेकर कई निर्देश दिया गया है। डीआईजी मनोज कुमार ने साफ तौर पर चेतावनी दी कि शराबबंदी कानून का उल्लंघन किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अगर किसी भी थाना क्षेत्र में शराब से जुड़ी गतिविधियों की जानकारी मिलती है, तो तुरंत कठोर कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा की अपराध पर अंकुश एवं क्षेत्र में अमन-चैन कायम रखने को लेकर थाना क्षेत्र के नियमित गश्ती तेज रखें। ताकि अपराधी असामाजिक तत्वों पर लगाम लगाया जा सके और अपराध मुक्त कोसी क्षेत्र हो सके,क्षेत्र में सीएसपी संचालक की लूट होने को लेकर डीआईजी ने सीएसपी संचालक को कड़ा निर्देश दिया है। उन्होंने कहा की ₹50000 से अधिक ले ले जा रहे हैं तो स्थानीय पुलिस को सूचना देकर उनसे मदद ले। ऐसे भी सीएसपी संचालक है. जो रुपया गबन करने के लिए लूट का सहारा लेता है। डीआईजी ने थाना अध्यक्षों को वैसे सीएसपी संचालक को चिन्हित कर काउंटर केस करने का आदेश दिया है। उन्होंने आगामी पर्व त्योहार को लेकर असामाजिक तत्वों पर निगरानी रखते हुए सोशल मीडिया कड़ाई से निगरानी रखने की बात कही. उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित कि प्रत्येक शनिवार को सीओ के माध्यम से थाना में आयोजित जनता दरबार में भूमि विवाद के मामलों ससमय निष्पादन किया जाए. डीआईजी मनोज कुमार ने स्पष्ट किया कि कोई भी पुलिस अधिकारी या कर्मी अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकता। यदि कोई लापरवाही सामने आती है, तो दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी। फरियादियों की समस्याओं को गंभीरता से सुनने और उनके मामलों का शीघ्र समाधान करने के भी निर्देश दिए गए।
सम्बंधित ख़बरें




