Madhepura:महिला एवं बाल विकास निगम, बिहार तथा जिलाधिकारी, मधेपुरा के निदेशानुसार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना अंतर्गत राष्ट्रीय बालिका दिवस का आयोजन कारी अनंत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मधैली बाजार, शंकरपुर में धूमधाम से मनाया गया।
इस अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा शिक्षा, संस्कृति बाल विवाह के साथ साथ समाजिक कुर्तियों के खिलाफ आवाज उठाने वाले बच्चियों एवं महिलाओं को जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रखंड विकास पदाधिकारी श्री तेजप्रताप त्यागी, प्रखंड प्रमुख प्रतिनिधि श्री विवेक यादव, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी चंद्रकला कुमारी, कारी अनंत उच्चतर माध्यमिक विधालय मधैली बाज़ार के प्रधानाध्यापक श्री अरविंद कुमार यादव, डी.पी.एम श्री अमन कुमार झा, प्रशिक्षण आयुक्त श्री जयकृष्ण यादव, मिशन समन्वयक मो0 इमरान आलम, केंद्र प्रशासक कुमारी शलिनी एवं लैंगिक विशेषज्ञ श्री राजेश कुमार ने संयुक्त रुप से प्रज्वलित कर किया।
इस अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा शिक्षा, संगीत, खेल इत्यादि क्षेत्रों मे जिला एवं राज्य स्तर पर प्रतिनिधि करने वाली बालिकाओं यथा तनिषा भागत, कीर्ति सिंह, जाह्नवी चौधरी , अंशु राज, अनुप्रिया भारती, सुरभि कुमारी,काजल कुमारी, अनुपम कुमारी, खुशबू कुमारी, ब्यूटी कुमारी, अंशु राज, मौसम कुमार को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रखंड विकास पदाधिकारी श्री तेज प्रताप त्यागी ने कहा की बालिकाओं को अपने अधिकार के लिये आगे आना होगा। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना बेटियों के उत्थान के लिये मिल का पत्थर साबित हो है।
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प्रमुख प्रतिनिधि श्री विवेक यादव ने कहा की बेटा एक घर के इज्जत का लाज रखती है जबकि बेटी दो घर की लाज रखती है।
कार्यक्रम में सृजन दर्पन के कलाकार एवं कारी अनंत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, मधैली बाज़ार के छात्राओं ने अपने कलाओं से चार चांद लगाया। कार्यक्रम के दौरान बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना अंतर्गत जन जागरूकता हेतु रंगकर्मी विकास कुमार निर्देशित “बेटी की पुकार” नामक नुक्कड़ नाटक सृजन दर्पण के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किया गया। अपने गीत-संगीत, नृत्य और नाटक के जरिए कलाकारों ने आम लोगों को संदेश दिया कि बेटी की शादी 18 वर्ष से पहले नहीं करना चाहिए। बाल विवाह जैसी कुरीति को जड़ से समाप्त करना चाहिए। बालिकाओं की शिक्षा को बढ़ावा देना,बाल विवाह और दहेज प्रथा एक अपराध है। नाटक के कलाकारों ने बताया हम लोगों का उद्देश्य है कि समाज को जागरूक करना, लड़कीयों के अधिकारों को बढ़ावा देना है, शिक्षा, स्वस्थ और सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में लड़कियों के लिए समान अवसर सुनिश्चित करना है। कियोकि एक शिक्षित लड़की दो घरों को शिक्षित करती है और एक सशक्त समाज का निर्माण भी करती है। रंगकर्मी निखिल यदुवंशी, सौरभ कुमार, सोहानी कुमारी, काजल कुमारी, रेशम कुमारी,नेहा कुमारी, अंशु कुमारी, मौसम कुमारी, अनुप्रिया कुमारी आदि ने बेहतरीन प्रस्तुति दी। जबकि डॉ सुरेश कुमार शशि ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अधारित गीतों से दिल जीत लिया। वहीं तनिषा कुमारी ने बालिका शिक्षा पर अधारित गीत से भाव विभोरकर दी।
इस अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा शिक्षा, संस्कृति बाल विवाह के साथ साथ समाजिक कुर्तियों के खिलाफ आवाज उठाने वाले बच्चियों एवं महिलाओं को जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित किया गया। जिला प्रशासन द्वारा शिक्षा, संगीत, खेल इत्यादि क्षेत्रों मे जिला एवं राज्य स्तर पर प्रतिनिधि करने वाली बालिकाओं यथा तनिषा भांगत, कीर्ति सिंह, जाह्नवी चौधरी , अंशु राज, अनुप्रिया भारती, सुरभि कुमारी,काजल कुमारी, अनुपम कुमारी, खुशबू कुमारी, ब्यूटी कुमारी, अंशु राज, मौसम कुमार को सम्मानित किया गया।
जिला प्रोग्राम पदाधिकारी श्रीमती रश्मि कुमारी द्वारा बताया गया कि बेटी ही देश का भविष्य है इसलिए बेटियों का संरक्षण जरूरी है आज बेटियां हर काम कर सकती है जिसके लिए मां-बाप बेटों पर निर्भर होते हैं इसलिए बेटियों को वह संस्कार लालन-पालन व शिक्षा दें जो हम बेटे के लिए सोचते हैं। मंच संचालन भारत एस्कोर्ट गाईड आयुक्त जयकृष्ण यादव ने किया। कार्यक्रम में सभी महिला पर्यवेक्षिका,सभी सेविका सहित विधालय सभी शिक्षक शिक्षिका, छात्र छात्राएं और ग्रामीण मौजूद थे।