Marquee Tag
Mdp Live News की बेबसाईट का डिजाईन कार्य अभी प्रगति पर है. इस लिए आपको हो रहे असुविधा के लिए हमें खेद है. जल्द ही हो रहे असुविधा को ठीक की जा रही है...

---Advertisement---

Chaitra Navratri 2024: जाने कब से शुरू हो रही है, अबकी बार इस पर सवार होकर आ रही है मां

Chaitra Navratri 2024

Chaitra Navratri 2024: सनातन धर्म में नवरात्र का एक अलग ही महत्व है। सनातन मान्यताओं के अनुसार 1 साल में 2 बार नवरात्र मनाया जाते हैं। जिसमें चैत्र नवरात्र और आश्विन माह की शारदीय नवरात्र शामिल है।

Chaitra Navratri 2024
Chaitra Navratri 2024

चैत्र नवरात्रि कब से कब तक है ( Chaitra Navaratri Kab Se Kab Tak Hai )

इस बार 9 अप्रैल 2024 से Chaitra Navratri की शुरुआत हो रही है, जो की 17 अप्रैल तक रहेगी। नवरात्रि के 9 दिन बहुत ही पवन माने जाते हैं। इन 9 दिनों में मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है।

चैत्र नवरात्रि मुहूर्त

नवरात्रि कलश स्थापना शुभ मुहूर्त – 9 अप्रैल सुबह 6 बजकर 11 मिनट से सुबह 10 बजकर 23 मिनट तक.

इन्हें भी देखें – 

इंटरमीडिएट में 413 अंक प्राप्त कर;अमृत राज ने परिवार सहित जिले का मान बढ़ाया

चैत्र नवरात्रि तिथियां

  1. चैत्र नवरात्रि प्रतिपदा तिथि व्रत 9 अप्रैल 2024 – मां शैलपुत्री की पूजा
  2. चैत्र नवरात्रि द्वितीया तिथि व्रत 10 अप्रैल 2024 – मां ब्रह्मचारिणी की पूजा
  3. चैत्र नवरात्रि तृतीया तिथि व्रत 11 अप्रैल 2024 – मां चंद्रघंटा की पूजा
  4. चैत्र नवरात्रि चतुर्थी तिथि व्रत 12 अप्रैल 2024 – मां कुष्माण्डा की पूजा
  5. चैत्र नवरात्रि पंचमी तिथि व्रत 13 अप्रैल 2024 – मां स्कंदमाता की पूजा
  6. चैत्र नवरात्रि षष्ठी तिथि व्रत 14 अप्रैल 2024 – मां कात्यायनी की पूजा
  7. चैत्र नवरात्रि सप्तमी तिथि व्रत 15 अप्रैल 2024 – मां कालरात्री की पूजा
  8. चैत्र नवरात्रि अष्टमी तिथि व्रत 16 अप्रैल 2024 – मां महागौरी की पूजा, अष्टमी पूजन
  9. चैत्र नवरात्रि नवमी तिथि व्रत 17 अप्रैल 2024 – मां सिद्धिदात्री की पूजा, नवमी पूजन
Chaitra Navratri 2024
Chaitra Navratri 2024

घोड़े पर सवार होकर आ रही हैं मां दुर्गा

देवी भागवत पुराण के अनुसार नवरात्रि में मां दुर्गा का आगमन और प्रस्थान के दौरान वाहन का विशेष महत्व होता है। इस बार नवरात्रि की शुरुआत मंगलवार से हो रही है और जब नवरात्रि की शुरुआत मंगलवार से होती है तो माता का वाहन घोड़ा होता है। घोड़े पर सवार होकर माता रानी का धरती पर आगमन शुभ नहीं माना जाता है। इससे कई गंभीर परिणाम देखने को मिलते हैं।

डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/जयोतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेंगी।

इन्हें भी पढ़ें –

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now

---Advertisement---

LATEST Post